तेलंगाना सुरंग हादसे लेकर एक बड़ा अपडेट आया है। इस सुरंग हादसे में बचाव अभियान में अब रोबोट का इस्तेमाल किया जाएगा। राज्य के सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी ने अधिकारियों को आंशिक रूप से ध्वस्त श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) सुरंग के अंदर बचाव अभियान में रोबोट की मदद लेने का निर्देश दिया है।
नगरकुरनूल: तेलंगाना में श्रीशैलम लेफ्ट बैंक कैनाल (एसएलबीसी) सुरंग के अंदर शनिवार को 15वें दिन भी बचाव अभियान तेजी से जारी रहा. वहां खोजी कुत्तों ने ऐसे दो स्थानों की पहचान की है जहां 3 लोगों के फंसे होने के आसार हैं. कुत्तों द्वारा पहचाने गए स्थानों से बचाव कर्मी गाद हटाने का कार्य कर रहे हैं. बता दें कि, सुरंग के भीतर 22 फरवरी को उस समय से आठ लोग फंसे हुए हैं, जब इसका एक हिस्सा ढह गया था.
बचाव अभियान की निगरानी कर रहे राज्य के सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी शनिवार को सुरंग स्थल का दौरा किया. मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा कि, बचाव दल को एसएलबीसी सुरंग के आखिरी 50 मीटर में खुदाई करने में भी खतरा है. ऐसे में उन्होंने साफ कर दिया है कि वे रोबोट की मदद लेंगे. उन्होंने सुरंग में फंसे 8 लोगों का पता लगाने के लिए चल रहे उपायों की समीक्षा की.
प्रेस विज्ञप्ति में कही गई है ये बात
आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि विशाल टीबीएम के टुकड़े सुरंग के अंदर पानी, मिट्टी और पत्थरों में मिल गए हैं। इसलिए वे बचाव दल के लिए खतरा बन गए हैं। बता दें, मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने 2 मार्च को सुरंग का दौरा किया था। उन्होंने बचाव अभियान का नेतृत्व कर रहे अधिकारियों को सुझाव दिया था कि यदि आवश्यक हो तो सुरंग के अंदर रोबोट का उपयोग किया जाना चाहिए, ताकि बचावकर्मियों को कोई खतरा न हो।
सीएम फिर से मौके का करेंगे दौरा
बचाव अभियान की निगरानी कर रहे विशेष मुख्य सचिव अरविंद कुमार और अन्य अधिकारियों ने मंत्री को अभियान की प्रगति की जानकारी दी। विज्ञप्ति में कहा गया है कि मंत्री ने अभियान में आ रही बाधाओं, काम की धीमी गति के कारणों और चुनौतियों से निपटने के लिए उठाए गए कदमों पर चर्चा की। इसके लिए राष्ट्रीय भूभौतिकीय अनुसंधान संस्थान के अधिकारियों, रैट होल माइनर्स, रोबोट विशेषज्ञों और अन्य लोगों से चर्चा की गई।
मीडिया से बात करते हुए उत्तम कुमार रेड्डी ने कहा: कि देश में अभी तक कोई गंभीर दुर्घटना नहीं हुई है. इसलिए हम देश भर में सुरंगों के निर्माण और राहत कार्यों में लगातार सलाह और परामर्श ले रहे हैं. उन्होंने कहा कि सहायक दल 14 किलोमीटर लंबे सुरंग मार्ग पर 13.950 किलोमीटर तक जाने में सक्षम हैं और आखिरी 50 मीटर में सहायक उपाय करना खतरनाक है. इसलिए राहत उपायों को अंजाम देने के लिए रविवार से रोबोट का इस्तेमाल किया जाएगा.
उन्होंने कहा: कि 2 दिन पहले केरल से मंगाए गए कैडेवर कुत्तों ने सुरंग में तीन लोगों को ढूंढ निकाला है. अब उस जगह पर रोबोट को भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि सरकार हमेशा उन श्रमिकों के परिवारों का समर्थन करेगी, जिन्हें दुर्घटना के बारे में पता नहीं था. उन्होंने बताया कि डिपाइरिंग जारी रहेगी और 11 तारीख को समीक्षा के बाद एक और बयान जारी किया जाएगा.
मंत्री ने बचाव अभियान से जुड़े विषयों पर दो से तीन दिनों में किए गए सहायक उपायों की प्रगति के बारे में जानकारी ली. इस दौरान मंत्री उत्तम कुमार रेड्डी ने सुरंग में स्थापित टीबीएम मॉडल का निरीक्षण किया. दुर्घटना के समय 8 लोग कहां फंसे थे, उन्हें कैसे खोजा जाए, इस पर एक समीक्षा बैठक की गई. एनडीआरएफ के कर्नल मेहरा ने मंत्री को श्रमिकों को बाहर निकालने की योजना के बारे में जानकारी दी.