खाऊ कमाऊ नीति के चलते राम कवर ढनका भण्डारे के नाम पर आम जन लोगों से ले रहा है करोड़ों की दीक्षा
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। सन्त रामपालजी महाराज 11 वर्ष पूर्व आम जनता को सत्य के मार्ग पर चलने की दीक्षा देते थे। आम जनता उनके इस मार्ग पर चलकर लाभान्वित हो रही थी। यह बात संत महाराज के अनुयायी रामचन्द्र यादव ने बढ़पुर स्थित एक गेस्ट हाउस में कही। उन्होंने कहा कि किंतु उनके विरोधी राम कवर ढनका की खाऊ कमाऊ नीति के कारण उन्हें यह रास नहीं आया और झूठे केस में फंसाकर संत रामपालजी को 2013 में जेल भिजवा दिया जो अब गत 11 वर्षों से हिसार जेल हरियाणा में बंद हैं। राम कवर ढनका ने फर्जी राष्ट्रीय समाज सेवा समिति बनाकर अपने साथी सदस्यों के साथ मिलकर कई राज्यों में केंद्र बनाकर जनता को गुमराह कर रहे हैं और संत रामपालजी महाराज का फोटो लगाकर आम जनता को फर्जी दीक्षा दे रहे हैं और संतजी के नाम से भंडारे के नाम पर दीक्षा देने के नाम लाखों करोड़ों रुपया आम जनता से लेते हैं।
इसके अलावा संत रामपाल के चित्र लगाकर अपनी कई फर्जी पुस्तके बनवाई। सीडी, वीडीओ बनवाई, जिससे लाखों करोड़ों रुपया आन जनता से रामकवर और उनके सदस्य वसूल करते हैं, जबकि संत रामपालजी ने फर्जी दीक्षा देने, फर्जी पुस्तके बनाने और फर्जी भंडारे करने की कोई अनुमति नहीं दी। जबकि विरोधी ने संत रामपाल का साहित्य पुस्तके जला दी, नष्ट कर दी और संतजी का फोटो लगाकर सब फर्जी काम कर रहे हैं। इन पुस्तकों के माध्यम से आम जनता की भावनाओं को भडक़ाया जा रहा है। अनुयायी रामचंद्र यादव ने कहा कि फर्जी संगठन राष्ट्रीय समाज सेवा समिति के अलावा कबीर भक्त परमेश्वर ट्रस्ट, मुनेंद्र धर्मार्थ ट्रस्ट बनाकर आम जनता को दीक्षा, भंडारा, अश्लील पुस्तकों, डीबीवीडीओ वितरित कर लाखों करोड़ों रुपया ठगा जा रहा है। जिस पर सरकार रोक लगाए, कई राज्यों में फर्जी केंद्र खोले है, उन केंद्रों को बंद कराया जाए। इन फर्जी के केंद्रों व अश्लील पुस्तकों के बंद होने से आम जनता को लाभ होगा और भ्रमित होने से भी बच जाएगी। इस मौके पर वैध अजय कुमार, हरीश सिंह, मुजफ्फर नगर, वीरेंद्र महतो, धारखंड, कृष्ण दासी खुर्जा, अरविन्द, बिंदु सुषमा, अमित आदि लोग मौजद रहे।
झूठे केस में फंसाकर संत रामपाल को भिजवाया गया जेल: रामचन्द्र
