लकड़ी के कोयले की बिक्री जोरों पर
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। हाड़ कपाऊ ठंड के चलते जहां एक तरफ वाहनों की रफ्तार में बे्रक लगी तो वहीं रोजमर्रा के कार्यों पर भी इसका प्रभाव दिखायी दे रहा है। शीत लहर के चलते शासन के आदेश पर नर्सरी से लेकर कक्षा 8 के विद्यालयों का अवकाश 14 जनवरी के लिए घोषित किया गया है, तो वहीं कक्षा 9 से कक्षा 12 तक विद्यार्थी स्कूल जा रहे है। इस भीषण सर्दी में विद्यालय खुला है तो जाना उनकी मजबूरी है, लेकिन सर्दी से बचाव के विद्यालयों में संसाधन उपलब्ध नहीं है। जिसके चलते विद्यार्थी ठिठुर रहे है।
नगर पालिका द्वारा कुछ चिन्हित ही स्थानों पर अलाव जलवाये जा रहे है। रैन बसेरों में भी सन्नाटा है। सर्दी का सितम जारी है। जिस कारण अधिकांश लोग घर से नहीं निकल रहे है। चिकित्सक भी बुजुर्गों को कम से कम बाहर निकले की सलाह दे रहे है तो वहीं बच्चों को भी ऐसे मौसम में बाहर न घूमने दें और उन्हें गर्म और फुल आस्तीन के कपड़े पहनाकर रखे। सर्दी जुकाम होने पर लापरवाही न करें तुरन्त चिकित्सक को दिखायें और उनकी सलाह पर ही औषधि लें। खेतों में भी किसान इस हाड़ कपाऊ सर्दी में उतना समय नहीं दे पा रहे है जितना उन्हें समय देना चाहिए। आम लोग लकड़ी की ठेकी पर जाकर खरीददारी कर रहे है, साथ ही इधर-उधर से भी लकड़ी खरीदी जा रही है। इन दिनों सुबह से लेकर शाम तक अलाव ही सर्दी दूर करने का सहारा है। रेलवे स्टेशन व रोडवेज पर अलाव तो जल रहे है पर गीली लकड़ी होने के कारण अलाव सुलग रहे है। ऐसे में पूर्ण रुप से विद्यालय बंद होने की मांग की गई है। वहीं शिक्षकों ने भी मांग की है कि जब बच्चों की छुट्टी है तो नर्सरी से कक्षा 8 तक के शिक्षकों की भी छुट्टी होनी चाहिए। सर्दी के सितम के चलते लकड़ी के कोयलों की बिक्री जोरों पर है। लकड़ी के कोयले की बिक्री सर्दी को देखते हुए कई स्थानों पर लोग पॉलीथिन में पैक कर रख लिये है, जिससे की जब कोई खरीददार आये तो बिना तौल किये ही उसकी मांग के अनुसार थैली उठाकर दे दी जाये। गर्मी के समय में लकड़ी कोयले की बिक्री नाम मात्र की थी, वहीं सर्दी आते ही कई गुना बिक्री बढ़ गयी है।
हाड़ कपाऊ शीतलहर का सितम जारी, स्कूलों में ठिठुर रहे है बच्चे, बचाव के नहीं है कोई साधन
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