उत्तर प्रदेश में विभिन्न स्थानों पर रोस्टर के अनुसार भी उपभोक्ताओं को बिजली नहीं मिल पा रही है। ऐसे में पावर कॉरपोरेशन के अध्यक्ष डाॅ. आशीष गोयल ने सभी विद्युत वितरण निगमों के प्रबंध निदेशकों को निर्देश दिए हैं कि कटौती के एवज में अतिरिक्त बिजली दी जाए।प्रदेश में 30 जुलाई को ग्रामीण इलाके में 18 घंटे के सापेक्ष 17.15 घंटे आपूर्ति की गई। इसी तरह नगर पंचायत में 21.30 घंटे के सापेक्ष 20.30 घंटे, तहसील मुख्यालय में 21.30 घंटे के सापेक्ष 20.35 घंटे, बुंदेलखंड में 20 के सापेक्ष 19 घंटे बिजली आपूर्ति की गई। ऐसे में पावर कॉरपोरेशन ने बिजली कटौती रोकने की नई रणनीति अपनाई है।डॉ. गोयल ने सभी निगमों के प्रबंध निदेशकों को निर्देश दिए हैं कि क्षेत्रवार रोस्टर के अनुसार बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। यदि किसी इलाके में दो घंटे की कटौती हुई है तो संबंधित क्षेत्र में दो घंटे की अतिरिक्त बिजली आपूर्ति करके रोस्टर का मानक पूरा किया जाए।
उपभोक्ताओं का फोन उठाने का दिया निर्देश
क्षतिग्रस्त ट्रांसफार्मरों को कम समय में बदला जाए, यह उच्च अधिकारी सुनिश्चित कराएं। इस कार्य में ढिलायी बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सौर ऊर्जा के नेट मीटरिंग कनेक्शनों का अभियान चलाकर बिल सत्यापित कर गलत बिलों को ठीक करें। अध्यक्ष ने यह भी कहा कि इस भयंकर उमस वाली गर्मी में उपभोक्ताओं को बिजली आपूर्ति बाधित होने की जानकारी 1912 या अन्य संचार माध्यमों से पता चल जाए तो उनको संतोष होगा। अधिकारी और कर्मचारी उपभोक्ताओं का फोन उठाएं और उनको सही जानकारी दें। बिजली को लेकर 1912 पर आने वाली सूचनाओं व समस्याओं पर तत्काल उनका निराकरण कराया जाए। डिस्काम स्तर पर विद्युत आपूर्ति को लेकर प्रतिदिन समीक्षा हो और यह सुनिश्चित किया जाए कि सभी क्षेत्रों को निश्चित शेड्यूल के अनुरूप विद्युत की आपूर्ति हो।