समृद्धि न्यूज। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर रूस के ऊपर अपने प्रतिबंधों की कार्रवाई की है। अमेरिका ने रूस की दो सबसे बड़ी तेल कंपनियों के खिलाफ नए प्रतिबंधों की घोषणा की है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर रूस के ऊपर अपने प्रतिबंधों का हमला कर दिया है। अमेरिकी वित्त मंत्री ने बुधवार को कहा कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को लग रहा है कि व्लादिमीर पुतिन यूके्रन वार्ता में ईमानदार नहीं है, जिसके बाद उन्होंने रूस पर अब तक के सबसे बड़े अमेरिकी प्रतिबंधों की झड़ी लगा दी है। बुडापेस्ट में प्रस्तावित ट्रंप-पुतिन शिखर सम्मेलन के रद्द होने के एक दिन बाद स्कॉट बेसेंट ने इन प्रतिबंधों का ऐलान किया है। उन्होंने आगे कहा कि अमेरिकी नेता मास्को के साथ युद्धविराम वार्ता की प्रगति से निराश हैं। बेसेंट ने बताया, हम या तो आज दोपहर बाद या कल सुबह सबसे पहले रूस पर प्रतिबंधों में भारी बढ़ोत्तरी करेंगे। बेसेंट ने बाद में फॉक्स बिजनेस को दिए इंटरव्यू में कहा कि यह रूसी संघ के खिलाफ हमारी ओर से लगाए गए सबसे बड़े प्रतिबंधों में से एक होगा। दरअसलए रोसनेफ्ट और लुकोइल के साथ-साथ दर्जनों सहायक कंपनियों पर प्रतिबंध का यह निर्णय महीनों से चल रहे दलीय दबाव के बाद लिया गया, जिसमें सांसदों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से रूस के तेल उद्योग को निशाना बनाने की मांग की थी। बेसेंट ने कहा कि वित्त मंत्रालय युद्ध समाप्त करने के ट्रम्प के प्रयासों का समर्थन करने के लिए यदि आवश्यक हुआ तो आगे की कार्रवाई करने के लिए तैयार है। इसी के साथ सहयोगी देशों से भी इन प्रतिबंधों में शामिल होने का आग्रह किया है। बता दें कि यूके्रन वार्ता के लिए ट्रंप महीनों से नए प्रतिबंधों को टाल रहे थे, हालांकि ट्रंप ने कहा है कि बढ़ती निराशा के बावजूद उन्हें रूसी राष्ट्रपति पुतिन को शांति समझौते के लिए मनाने की उम्मीद है, लेकिन पिछले गुरुवार को पुतिन से टेलीफोन पर बात करने के बाद से वह निराश नजर आ रहे हैं।
ट्रंप का एक्शन: अमेरिका ने रूस पर लगाए सबसे बड़े प्रतिबंध
