जब हम तैयार है तो परमेश्वर भी तैयार है: पास्टर नीतू पी चौधरी

 संयुक्त कन्वेंशन में चारों कलीसिया के लोगों ने लिया भाग
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। 36वीं कंवेंशन सीएनआई चर्चेस फर्रुखाबाद डायोसिस ऑफ आगरा, चर्च ऑफ नार्थ इंडिया के तत्वाधान में बढ़पुर स्थित मिशन कम्पाउंड के मैदान पर आयोजन हुआ। चंड़ीगढ़ से आयी मुख्य वक्ता पास्टर नीतू पी चौधरी ने अपने प्रवचन दिये। मुख्य अतिथि डायोसिस ऑफ आगरा के सिके्रटरी डा0 अविनाश चन्द्र का आयोजक राजेश मसीह, रंजीत मैसी, रेव्ह स्टीफन मसीह, रेव्ह मनोज कुमार ने स्मृति चिन्ह देकर व बुके देकर स्वागत किया। रंजीत मैसी ने अतिथियों को बुके देकर व बैच लगाकर स्वागत किया। मुख्य अतिथि अविनाश चन्द्र ने कहा कि परमेश्वर की देह को जोडऩे व मजबूत करने का समय है। उन्होंने चारों कलीसिया को धन्यवाद दिया। चारों चर्च, सीएनआई बढ़पुर चर्च, सीएनआई सिटी चर्च, सीएनआई रखा चर्च व ऑल सोल्स चर्च की ओर से कैरल सिंगिंग प्रस्तुत की गई। सीएनआई सिटी चर्च की ओर से जिंदा खुदा है हमारा गीत गाया गया। सीएनआई बढ़पुर की ओर से तैयार हो जाये दुल्हन तेरा दूल्हा आता है, बादलों पर सवार होकर राजा आता है, गीत गाया गया। पादरी मनोज कुमार ने धन्यवाद ज्ञापित किया और कहा कि परमेश्वर के पवित्र चरणों में आते है और खुदाबंद आप है, परमेश्वर को अपने समीप आने का मौका दिया है। कन्वेंशन के माध्यम से हमें इक_ा किया है, जो आपको आशीष देंगे और उसे हम लेकर जायेंगे। जनपद व राज्य की परमेश्वर तरक्की करें। आगरा से आये प्रापर्टी सचिव अमिताब हैरल्ड ने गीत गाया। मुख्य वक्ता पास्टर नीतू पी चौधरी ने कहा कि जब हम तैयार होते है तो परमेश्वर तैयार है। द्वार भी परमेश्वर है, हम भी परमेश्वर का, मन भी परमेश्वर का तो उन्हें द्वार व घर आने की जरुरत क्या है। परमेश्वर भी तैयार है आपकी जिंदगी छूने के लिए। उन्होंने याईर की मृत पुत्री और एक रोगी स्त्री पर कहा कि जब यीशु फिर नाव से पार गया, तो एक बड़ी भीड़ उसके पास इक_ी हो गई।’ वह झील के किनारे ही था कि याईर नामक आराधनालय के सरदारों में से एक आया और उसे देखकर उसके पाँवों पर गिरा, और यह कहकर उससे से बहुत विनती की, मेरी छोटी बेटी मरने पर है। तू आकर उस पर हाथ रख’ कि वह चंगी होकर जीवित रहे। तब वह उसके साथ चला और बड़ी भीड़ उसके पीछे हो ली, यहाँ तक कि लोग उस पर गिरे पड़ते थे। एक स्त्री थी जिसको १२ वर्ष से लहू बहने का रोग था, उसने बहुत वैधों से बड़ा दुख उठाया और अपना सब माल व्यय करके भी उसे कुछ लाभ न हुआ परन्तु और भी रोगी हो गयी थी वह यीशु की चर्चा सुनकर भीड़ में उसके पीछे से आई और उसके वस्त्र को छू लिया, क्योंकि वह कहती थी, यदि मैं उसके वस्त्र ही को छू लूँगी तो चंगी हो जाऊँगी। और तुरन्त उसका लहू बहना बन्द हो गया। और उसने अपनी देह में जान लिया कि मैं उस बीमारी से अच्छी हो गई हूँ। यीशु ने तुरन्त अपने में जान लिया कि मुझ में से सामथ्र्य निकली है और भीड़ में पीछे फिरकर पूछा, मेरा बस्त्र किसने छुआ, उसके चेलों ने उससे कहा, तू देखता है कि भीड़ तुझ पर गिरी पड़ती है, और तू कहता है कि किसने मुझे हुआ, तब उसने उसे देखने के लिये जिसने यह काम किया था, चारों ओर दृष्टि की। तब यह वो यह जानकर कि मेरी कैसी भलाई हुई है, हरती और काँपती हुई आई, और उसके पाँवों पर गिरकर उससे सब हाल सच-सच कह दिया।उसने उससे कहा कि पुत्री तेरे विश्वास ने तुझे चंगा किया है। कुशल से जा और अपनी इस बीमारी से बची रह। कार्यक्रम में फादर शीबू जार्ज, राजेश मसीह, रंजीत मैसी, डा0 नीतू मसीह, अनिल प्रसाद, अनीता प्रसाद, जोर्डन राज, विजय दयाल, सुजीत सहाय, सुरेन्द्र मसीह, जगदीप लाल, ऐस्तर रोज दयाल, अमन मनीला मैसी, भावना लाल, सुषमा लाल, अमित सिंह सहित बड़ी संख्या में मसीह समाज के लोग मौजूद रहे।

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