फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। श्री राम कथा आयोजन समिति द्वारा आयोजित 22वें मानस सम्मेलन का शुभारंभ डीपीवीपी विद्यालय में सूर्य पूजन के साथ हुआ। शुभारंभ ईश्वरदास ब्रह्मचारी महाराज ने किया। उन्होंने कहा कि भारत हिंदू राष्ट्र था और रहेगा, हिंदुओं ने अपने संस्कार भुला दिए, यही हमारे धर्म के पतन का कारण है। मानस की शिक्षाओं को जीवन में उतरने से ही कल्याण संभव है, मानस हमें जीवन जीना सिखाती है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को मानस का पाठ अवश्य करना चाहिए, अगर पाठ नहीं कर सकते हो तो मानस को पूर्ण पवित्रता एवं श्रद्धा के साथ अपने पूजा घर में रखें, कल्याण होगा, साधु संत का जीवन मानव व राष्ट्र कल्याण समाज सेवा के लिए होता है।
संचालन करते हुए कवि बृज किशोर सिंह किशोर ने मानस के विभिन्न प्रसंगों की चर्चा करते हुए कहा कि मानस जहां हमें समाज परिवार व राष्ट्र के प्रति अपने कर्तव्य का बोध कराती है, वहीं प्रेम, त्याग व नारी सम्मान की शिक्षा देती है। संयोजक भारत सिंह ने विगत वर्षों से निरंतर चली आ रही श्री राम कथा के सफल आयोजन के लिए समिति के पदाधिकारी का आभार व्यक्त किया। अंजुम दुबे ने सभी का आभार व्यक्त किया। वैदिक कार्यक्रम आचार्य सर्वेश शुक्ला, आचार्य अरविंद चतुर्वेदी ने संपन्न कराये। इस अवसर पर शकुंतला गौतम, बबलू कनौजिया, गौरंगना दुबे, मुकेश सिंह, राजेश निराला, रविंद्र भदोरिया, गोपाल चतुर्वेदी, शारदा, अशोक वर्मा, गगन सिंह आदि उपस्थित रहे।
सूर्य पूजन के साथ रामकथा का हुआ शुभारम्भ
