फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय जटवारा जदीद सेवाकेंद्र पर विश्व हिंदी दिवस साप्ताहिक पाठ्यक्रम की हिंदी पुस्तक भेटकर विश्व हिंदी दिवस मनाया गया। ब्रह्माकुमारी राजयोगिनी बीके शोभा बहन ने सभी को पुस्तक के बारे में विस्तृत जानकारी दी और कहा कि हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है, हमें हिंदी पर जरूर गौर करना चाहिए। भारत में विभिन्न भाषाएं बोली जाती हैं, लेकिन सबसे सरल भाषा सुरीली भाषा मातृभाषा बोली, लिखी व पढ़ी जाती है। जैसे अ से आम वैसे अ से आत्मा, प से परमात्मा, ब से बाबा भी ब्रह्मा कुमारीज में पढ़ाया जाता है एवं सृष्टि के आदि मध्य अंत के ज्ञान की भी जानकारी ब्रह्माकुमारी आश्रम में दी जाती है। साथ-साथ मेडिटेशन भी सिखाया जाता है, छोटे बच्चे बड़ो-बूड़ों को भी नैतिक मूल्य भी सिखाए जाते हैं। जिस प्रकार बच्चों को ओलम के पूरे ज्ञान से पढक़र डॉक्टर, वकील, इंजीनियर बनाया जाता है। उसी प्रकार से ज्ञान के ओलम से नर से श्री नारायण जैसा नारी से श्रीलक्ष्मी जैसा पद की प्राप्ति होती है। शोभा बहन ने सभी अपनी क्लास के भाई बहनों को अपनी जो शुद्ध सुरीली भाषा विश्व हिंदी दिवस पर सबको कॉपी पेन और पुस्तक भेंट कर माताओ को बोर्ड पर लिखना भी सिखाया। डॉ0 गंगा सिंह ने कहा कि सतयुग की भाषा भी हिंदी थी, इसलिए हिंदी परंपरा से चली आई है। विनोद एवं लालीजी ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस मौके पर उर्मिला, रामजानकी, दुर्गा, विमल, सीमा, सुदामा, विटोली, माधुरी, रेशमा, संतोष, सुखरानी, कमलेशा, रवि आदि मौजूद रहे।