शर्मिष्ठा पनोली के समर्थन में कंगना और पवन कल्याण के बाद बार काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन भी समर्थ में उतर आये

तत्काल रिहाई और निष्पक्ष ट्रायल की मांग
समृद्धि न्यूज। शर्मिष्ठा पनोली कोलकाता पुलिस की गिरफ्त में हैं। कोलकाता पुलिस ने उन्हें हरियाणा के गुरुग्राम से अरेस्ट करके पश्चिम बंगाल ले गई थी। इस गिरफ्तारी के बाद से ही शर्मिष्ठा पनोली लगातार चर्चाओं में बनी हुई हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर कुछ लोग आरोप लगा रहे हैं कि वो द्वेशपूर्ण तरीके से काम कर रही हैं। जबकि शर्मिष्ठा पनोली के समर्थन में कंगना रनौत से लेकर पवन कल्याण तक उठ खड़े हुए हैं। अब बार काउंसिल ऑफ इंडिया (बीसीआई) के चेयरमैन और राज्यसभा सदस्य मनन कुमार मिश्रा ने रविवार को इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनौली की गिरफ्तारी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर सीधा हमला बताया। उन्होंने उनकी तुरंत रिहाई और निष्पक्ष सुनवाई की मांग भी की।
बता दें कि कोलकाता की रहने वाली और पुणे के लॉ यूनिवर्सिटी में पढ़ रही 22 साल की शर्मिष्ठा को शुक्रवार रात गुरुग्राम से कोलकाता पुलिस ने गिरफ्तार किया था। जिसके बाद शनिवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां उन्हें 13 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।

नीदरलैंड के सांसद गिर्ट विल्डर्स भी खुलकर आए सामने

ऑपरेशन सिंदूर पर कथित रूप से सांप्रदायिक सोशल मीडिया पोस्ट करने के मामले में गुरुग्राम से गिरफ्तार की गई 22 वर्षीय लॉ स्टूडेंट शर्मीष्ठा पनौली को अब यूरोप से समर्थन मिल रहा है। नीदरलैंड (डच) संसद के सदस्य गिर्ट विल्डर्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील की है कि वे शर्मीष्ठा के अधिकारों की रक्षा करें और उनकी गिरफ्तारी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता पर धब्बा बताया है।
लिखे एक पोस्टर के साथ एक्स पर लिखा, बहादुर शर्मीष्ठा पनौली को रिहा करो! उन्हें गिरफ्तार करना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए शर्मनाक है। पाकिस्तान बारे में सच बोलने के लिए उन्हें सजा न दें, उनकी मदद करें।

पूरा विवाद

शर्मीष्ठा पनौली, जिनके एक्स और इंस्टाग्राम पर 1.75 लाख फॉलोअर्स हैं, को उनके एक अब हटाए जा चुके वीडियो के कारण गिरफ्तार किया गया। इस वीडियो में उन्होंने कुछ बॉलीवुड सितारों की आलोचना की थी कि उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर पर चुप्पी क्यों साधी है, आरोप है कि उन्होंने वीडियो में एक समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक भाषा का इस्तेमाल किया।

शर्मीष्ठा ने मांग ली थी माफी

हालांकि शर्मीष्ठा ने वीडियो हटाने के बाद बिना शर्त माफी मांग ली थी, फिर भी कोलकाता में उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई, जिसमें धार्मिक आधार पर नफरत फैलाने, धार्मिक भावनाएं भडक़ाने और शांति भंग करने की नीयत से अपमान करने जैसे आरोप शामिल हैं।

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