फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। हजरत ख्वाजा निजामुद्दीन औलिया के प्रिय शिष्य अमीर खुसरो की सभी सूफी दरगाहों में बसंतोत्सव मनाया जाता है। मोहल्ला ढिलावरगंज चिलपुरा से गागर उठकर मेकदावारसी पहुंचा। कमालुद्दीन कब्बाल ने बसंतोत्सव पर गीत गाकर समां बांध दिया। आज रचो है बसंत निजाम घर, सब सखियां मिलकर गाये बसंत, फूल बन गड़वा चढ़ाओ निजाम घर कब्बाली के साथ लोगों ने शिरकत की और नजराना पेश किये। निजामुद्दीन औलिया में तोरे बलिहारी जाऊं, वो ही देते है मुझको और उन्हीं से मांगना है। मैं निजामुद्दीन सुल्तान मशायक का गदा हूं, मैं तेरे बलिहारी जाऊं कब्बाली पर मंत्रमुग्ध किया। सभी धर्मों के लोगों ने शिरकत की। बिलाल शफीकी, सैय्यद आफताब हुसैन, दीन मोहम्मद, लालू श्रीवास्तव, वसीम, संजय गर्ग, रामकृष्ण राजपूत, मोहम्मद नदीम कुरैशी, आकाश, आमीर हुसैन, जफर रिजवी, अशोक आदि ने गागर जुलूस में भाग लिया। सूफी संत पप्पन मियां की अध्यक्षता में निकाली गई गागर जुलूस में सिर पर रखकर कब्बाली गाते हुए मेकदा वारसी पहुंचे। सभी का पप्पन मियां ने फूल मालाओं से स्वागत किया और आभार व्यक्त किया।
बसंतोत्सव पर धूमधाम से निकाला गया गागर जुलूस
