गांधी विचार समिति ने स्व0 महरम सिंह को किया याद

सांस्कृतिक पाण्डाल में विचार गोष्ठी का हुआ आयोजन
फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। मेला श्रीरामनगरिया के सांस्कृतिक पांडाल में पूर्व वर्षों की भांति गांधी विचार प्रचार समिति के द्वारा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। मेला श्रीरामनगरिया के संस्थापक पूर्व विधायक स्व0 महरम सिंह द्वारा विगत लंबी अवधि से प्रतिवर्ष मेला के सांस्कृतिक पांडाल में आयोजित होता रहता है। उनके परलोक गमन के बाद से उनके सुपुत्र दिनेश प्रकाश सिंह अन्नू ने कार्यक्रम सम्पन्न कराया। अध्यक्षता सुरेन्द्र सिंह सोमवंशी ने की। संचालन महेश पाल सिंह उपकारी ने किया। मुख्य अतिथि भाजपा जिलाध्यक्ष रुपेश गुप्ता व विशिष्ठ अतिथि भास्कर दत्त द्विवेदी रहे। मंचासीन अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया गया। युवा कवि वैभव सोमवंशी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को समर्पित रचना पढ़ते हुए उनकी सरल जीवन शैली पर प्रकाश डालते हुए महात्मा गांधी निर्वाण दिवस पर श्रृद्धा सुमन अर्पित किए। मंचासीन अतिथि उदय पाल सिंह ने महात्मा गांधी को गृहस्थ संत की संज्ञा देते हुए युवा पीढ़ी को उनके पदचिन्हों पर चलने का आवाह्न किया। अभिव्यंजना संस्था के समन्वयक भूपेंद्र प्रताप सिंह ने स्व0 महरम सिंह को श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए बताया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के इतिहास को, उनके व्यक्तित्व को जितना पढ़ा जितना समझा उसकी पूरी झलक स्मृतिशेष मेला संस्थापक महरम सिंह में देखने को मिली। समाजसेवी अनिल प्रताप सिंह ने महात्मा गांधी निर्वाण दिवस पर उनको श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए मेला श्रीरामनगरिया के संस्थापक स्व महरम सिंह को याद किया और दोनों महापुरुषों के बीच विभिन्न समानताओं को बताया। रूपेश गुप्ता ने बताया कि स्व0 महरम सिंह ने जो संस्कार दिए वो आज भी हम सबके विद्यमान है। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि भास्कर दत्त द्विवेदी ने बताया कि स्व0 महरम सिंह ने जाति बिरादरी के बंधनों से बहुत ऊपर उठकर कार्य किया। अध्यक्षता कर रहे सुरेंद्र सिंह सोमवंशी ने कहा कि आज स्व0 महरम सिंह हमारे बीच में नहीं हैं, लेकिन उनके संस्कार, उनकी शिक्षा, उनके उद्देश्यों को निरंतर आगे बढ़ाने का कार्य उनके पुत्र दिनेश प्रकाश कर रहे हैं। सभी अतिथियों को अंग वस्त्र भेंट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में अनिल सिंह गहरवार, संदीप चतुर्वेदी, सत्यपाल सिंह प्रगल्भ, डीएस राठौर, रमला राठौर, सुमन राठौर, बबिता पाठक आदि मौजूद रहे।

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