समृद्धि न्यूज। ईरान के चाबहार पोर्ट पर अमेरिकी प्रतिबंध लागू नहीं होंगे। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि भारत और अमेरिका के बीच ट्रेड डील को लेकर बातचीत चल रही है। भारत ने ईरान के साथ 10 साल का कॉन्ट्रैक्ट किया है, जिसमें इंडिया पोट्र्स ग्लोबल लिमिटेड 370 मिलियन डॉलर का निवेश करेगा। मंत्रालय रूसी तेल कंपनियों पर अमेरिकी प्रतिबंधों के असर का विश्लेषण कर रहा है। भारत अपनी ऊर्जा सुरक्षा जरूरतों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। राजधानी दिल्ली में विदेश मंत्रालाय की प्रेस वार्ता आयोजित हुई। जिसमें विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कई मुद्दों पर बयान जारी किए। उन्होंने बताया कि अमेरिका ने चाबहार बंदरगाह परियोजना पर प्रतिबंधों से भारत को 6 महीने की छूट दी है। इसी के साथ उन्होंने पाकिस्तान-अफगानिस्तान में जारी तनाव पर भी प्रतिक्रिया दी। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत को बड़ी राहत देते हुए चाबहार बंदरगाह परियोजना पर प्रतिबंधों से 6 महीने की छूट दी है, जिसकी जानकारी विदेश मंत्रालय की प्रेस वार्ता में दी गई। प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने यह भी कहा कि व्यापार समझौते के लिए अमेरिका के साथ भारत की बातचीत जारी है। दिल्ली में मीडिया ब्रीफिंग में भारत-अमेरिका व्यापार वार्ता पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा, व्यापार समझौता संपन्न करने के लिए अमेरिकी पक्ष के साथ बातचीत जारी हैं और ये चर्चाएं जारी रहेंगी। उन्होंने बताया कि भारत रूसी तेल कंपनियों पर हाल ही में लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंधों के प्रभावों का अध्ययन कर रहा है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जयसवाल ने कहा कि अमेरिका द्वारा दी गई यह अस्थायी छूट भारत के विकासात्मक और मानवीय परियोजनाओं को जारी रखने में मदद करेगी। उन्होंने कहा कि चाबहार पोर्ट भारत को अफगानिस्तान और मध्य एशिया तक सीधी पहुंच प्रदान करता है, जिससे पाकिस्तान को बाईपास करते हुए व्यापार और निवेश को बढ़ावा दिया जा सकता है। चाबहार बंदरगाह को भारत ने 2016 में ईरान के साथ हुए एक समझौते के तहत विकसित करना शुरू किया था। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य भारत, ईरान और अफगानिस्तान के बीच एक त्रिपक्षीय व्यापार मार्ग तैयार करना है, जो मध्य एशिया और रूस तक भी विस्तार पा सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार अमेरिका द्वारा भारत को दी गई यह छूट उसे अपनी क्षेत्रीय रणनीति और ऊर्जा सुरक्षा को बनाए रखने में मदद करेगी।
हम अफगानिस्तान की संप्रभुता के लिए प्रतिबद्ध
वहीं विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने अफगानिस्तान की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान पर सीमा पार आतंकवाद फैलाने का आरोप लगाया है, जिससे दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है। यह बयान अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच हालिया सैन्य संघर्ष के बाद आया है, जिसने क्षेत्र में चिंता बढ़ा दी है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान इस बात से नाराज है कि अफगानिस्तान अपने इलाकों पर संप्रभुता का इस्तेमाल कर रहा है। पाकिस्तान को लगता है कि उसे बिना किसी सजा के सीमा पार आतंकवाद फैलाने का अधिकार है। जहां तक भारत का सवाल है हम अफगानिस्तान की क्षेत्रीय अखंडता, संप्रभुता और स्वतंत्रता के लिए प्रतिबद्ध हैं।
