समृद्धि न्यूज। सामान्य तौर पर शांत रहने वाले नैनीताल शहर में बुधवार को अचानक सांप्रदायिक तनाव हो गया। रात करीब साढ़े नौ बजे से साढ़े 12 बजे तक सडक़ों पर तांडव होता रहा। उस्मान नाम के बुजुर्ग ठेकेदार पर एक बालिका से दुष्कर्म करने का मामला प्रकाश में आया तो सूचना शहर में आग की तरह फैल गई। लोगों की भीड़ मल्लीताल की सडक़ों पर इक_ी हो गई। इसके बाद हिंदू संगठनों ने मुस्लिम समाज के लोगों की दुकानों में तोडफ़ोड़ शुरू कर दी। विरोध करने वालों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया।
जानकारी के मुताबिक, उत्तराखंड के नैनीताल में रेप की घटना के बाद सांप्रदायिक तनाव फैल गया गया। 60 साल के मुस्लिम ठेकेदार पर 12 साल की लडक़ी के साथ रेप किए जाने के आरोप से गुस्साए लोग सडक़ पर उतर आए। उन्होंने घटना के विरोध में प्रदर्शन के साथ मुस्लिम समाज के प्रतिष्ठानों पर जमकर तोडफ़ोड़ की। गुस्साई भीड़ ने मल्लीताल इलाके की एक मस्जिद पर भी पथराव किया और लोगों के साथ मारपीट की गई।
आरोपी ठेकेदार गिरफ्तार
स्थिति को काबू करने के लिए पुलिस को लाठी चलानी पड़ी। पुलिस ने आरोपी ठेकेदार को गिरफ्तार किया है। इलाके में शांति बनाए रखने के लिए बड़ी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया गया है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, आरोपी की पहचान उस्मान के रूप में की गई है, जो पेशे से ठेकेदार है। उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। पीडि़त लडक़ी की मेडिकल जांच कराई गई है।
सांप्रदायिक तनाव की स्थिति, भारी पुलिस फोर्स तैनात
शहर का माहौल खराब होने पर पूरा बाजार बंद हो गया। सांप्रदायिक तनाव की स्थिति को देखते हुए भारी पुलिस फोर्स मौके पर पहुंच गई। पकड़े गए आरोपी को अपने हवाले करने की मांग करते हुए भीड़ ने मल्लीताल कोतवाली घेर ली। लोग आरोपी को कोतवाली के लॉकअप से बाहर निकालने पर आमादा थे। उन्होंने कोतवाली के बाहर ही धरना दे दिया।
दुकानों में की तोडफ़ोड़
वहीं मामले की जानकारी होते ही हिंदू संगठनों के लोग नैनीताल की सडक़ों पर उतर गए। धीरे-धीरे तनाव बढ़ता गया। मल्लीताल पुलिस ने आक्रोशित लोगों को समझाने-बुझाने की भरपूर कोशिश की, लेकिन सब विफल रहा। रात करीब 9 बजे हिंदू संगठनों ने मुस्लिम समाज के लोगों की दुकानों में तोडफ़ोड़ शुरू कर दी।् विरोध करने वालों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा गया। बवाल इतना बढ़ गया कि लोग अपनी-अपनी दुकान बंदकर भाग गए। हिंदू संगठन लोग आरोपी को लॉकअप से बाहर निकालने पर अमादा हो गए। उन्होंने मल्लीताल कोतवाली को भी घेर लिया और धरना प्रदर्शन किया।