समृद्धि न्यूज़ अयोध्या। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण से प्राप्त एक्शन प्लान/कार्ययोजना वर्ष- 2024-25 के क्रम में गुरुवार को ‘‘विश्व कुष्ठ दिवस’’ के अवसर पर कुष्ठ उन्मूलन के लिए जिला चिकित्सालय (पुरूष) पर विधिक जागरूकता एवं साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया।यह आयोजन जनपद न्यायाधीश/जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अध्यक्ष रणंजय कुमार वर्मा के निर्देशन तथा अपर जनपद न्यायाधीश/प्राधिकरण सचिव अनिल कुमार वर्मा के निर्देश पर पी.एल.वी.प्रियंका त्रिपाठी द्वारा किया गया।इस कार्यक्रम में दूर दराज से आए व्यक्तियों को जिला चिकित्सालय के चिकित्सकों द्वारा कुष्ठ रोग के सम्बन्ध में जानकारी दी गयी। उक्त विषय पर ध्यान आकर्षित करते हुए अपर जनपद न्यायाधीश/सचिव श्री वर्मा द्वारा बताया गया कि ‘‘विश्व कुष्ठ दिवस प्रत्येक वर्ष माह जनवरी को मनाया जाता है।भारत में यह 30 जनवरी को मनाया जाता है जो महात्मा गांधी की पुण्य तिथि है।’’ इस दिन को मनाने का उद्देश्य कुष्ठ रोग से जुड़ी भ्रांतियों को दूर करना और इससे पीड़ित लोगों के लिए जागरूकता बढ़ाना है। कुष्ठ रोग को हैन्सेन रोग के नाम से भी जाना जाता है।उन्होंने बताया कि यह माइकोबैक्टीरियम लेप्रसी नामक बैक्टीरिया के कारण होता है।श्री वर्मा ने बताया कि कुष्ठ रोग त्वचा,तंत्रिका,ऊपरी श्वसन पथ की श्लेषमिक सतहों आदि को प्रभावित करता है।यह बचपन से बुढ़ापे तक किसी भी उम्र में हो सकता है।यह आनुवांशिक नहीं है लेकिन पास आने तथा सम्पर्क के दौरान नाक तथा मुंह से बूंदों के माध्यम से फैलता है।उन्होंने बताया कि इसका इलाज सम्भव है।जिला अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक द्वारा यह बताया गया कि कुष्ठ रोग के उपचार हेतु आहार में तीन दवाएं शामिल हैं,डैक्सोन,रिफैम्पिन और क्लोफाइलीमिन।इस संयोजन को मल्टी ड्रग थैरेपी (एम.डी.टी.) कहा जाता है। एम.डी.टी. को विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा वर्ष 1995 में दुनिया भर के सभी रोगियों के लिए निःशुल्क उपलब्ध कराया गया है।
अमिताभ श्रीवास्तव