फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अवनीश चौहान व कमालगंज व नवाबगंज ब्लाक अध्यक्ष ने विद्यालय को मर्जर किये जाने के विरोध में विधायक सुशील शाक्य को ज्ञापन सौंपा।
उत्तर प्रदेश शासन द्वारा हजारों विद्यालयों को पेयरिंग के नाम पर बन्द किया जा रहा है। प्रदेश में 150 से कम छात्र संख्या वाले प्राथमिक विद्यालय एवं 100 से कम छात्र संख्या वाले उच्च प्राथमिक विद्यालयों को प्रधानाध्यापक विहीन करते हुए हजारों प्रधानाध्यापकों को सरप्लस घोषित कर दिया गया है। इसके पूर्व भी एक ही परिसर में स्थित लगभग 20 हजार विद्यालयों का संविलियन करके प्राथमिक विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों के पद समाप्त कर दिये गये हैं। वर्तमान में चल रही मर्जर प्रक्रिया से जहां छात्रों से विद्यालयों की दूरी अधिक होगी, वहीं हजारों रसोईयों की सेवा समाप्त हो जायेगी। इस प्रक्रिया को पूर्ण करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों द्वारा सम्बन्धित प्रधानाध्यापकों एवं ग्राम प्रधान विद्यालय प्रबन्ध समिति पर दवाव बनाकर विद्यालय बन्द करने के समर्थन में प्रस्ताव मांगे जा रहे हैं। लोकतंत्र में इस प्रकार विद्यालय बन्द करके नौनिहालों की शिक्षा से खिलवाड़, हजारों प्रधानाध्यापकों के पद एवं रसोईयों की सेवा समाप्ति जैसे निर्दयी एवं कठोर निर्णय की कल्पना नहीं की जा सकती है।
30 जून को प्रदेश के 822 चौको में संघ पदाधिकारियों, बंद किये जाने वाले विद्यालयों के छात्रों के अभिभावकों एवं ग्राम प्रधानों की बैठक में इस निर्णय के विरुद्ध रोष देखने को मिला। बैठकों में उपस्थित शिक्षक एवं जन समुदाय ने एक स्वर से इस निर्णय का विरोध करने का प्रस्ताव पारित किया है। विद्यालयों को पेयरिंग किये जाने तथा 150 से कम छात्र संख्या वाले प्राथमिक विद्यालय एवं 100 से कम संख्या वाले उच्च प्राथमिक विद्यालयों को प्रधानाध्यापक विहीन करते हुए प्रधानाध्यापकों को सरप्लस घोषित करने सम्बन्धी उ0प्र0 शासन के आदेश को निरस्त करने की मांग की है। इस मौके पर जिलाध्यक्ष अवनीश चौहान, सुशील कुमार, राजेश कुमार, उपेन्द्र गंगवार, देवेन्द्र यादव, मनोज यादव, अर्चना मिश्रा सहित शिक्षक मौजूद रहे।
विद्यालयों को मर्जर किये जाने के विरोध में शिक्षकों ने विधायक को सौंपा ज्ञापन
