(छत्तीसगढ़). छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में धार्मिक स्तंभ को नुकसान पहुंचाने के विरोध में सतनामी समाज का आंदोलन सोमवार को हिंसक हो गया. इस दौरान आंदोलनकारियों ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सरकारी कारायर्यालय में तोड़फोड़ भी की. पुलिस अधिकारियों ने बताया कि भीड़ द्वारा पथराव किए जाने के कारण अधिकारियों समेत कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. घटना के बाद जिला प्रशासन ने बलौदाबाजार शहर में दंड प्रक्रिया संहिता के अंतर्गत धारा 144 लागू कर दी है जो 16 जून तक जारी रहेगी. प्रदर्शनकारियों ने लगभग 70 वाहनों को आग के हवाले कर दिया और सरकारी कार्यालय में तोड़फोड़ भी की. 5000 की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी. पुलिस ने जो बैरिकेड लगाए थे, उसे भी प्रदर्शनकारियों ने गिरा दिया. बलौदा बाजार के एसपी सदानंद कुमार के मुताबिक, सतनामी समुदाय के प्रदर्शन की जानकारी पुलिस को थी. सतनामी समाज के लोगों ने पुलिस प्रशासन को लिखित में ये आश्वासन दिया था कि विरोध शांतिपूर्ण होगा. पथराव की इस घटना में कई पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. एसपी ने बताया कि उपद्रवी डीएम कार्यालय के परिसर में भी घुस गए. वहां भी तोड़फोड़ की. कार्यालय में आग लगा दी. वाहनों को आग के हवाले कर दिया. एसपी ने कहा कि घटना से संबंधित वीडियो फुटेज के आधार पर उपद्रवियों की पहचान की जा रही है. दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी. हिंसा में कितना नुकसान हुआ है, इसका आकलन किया जा रहा है. बलौदा बाजार हिंसा की जांच शुरू कर दी गई है.हिंसा में 50 बाइकें, दो दर्जन से अधिक कारों को नुकसान पहुंचा है. सीएम विष्णु देव साय ने मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को तलब कर घटना की जानकारी ली है. डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने घटना की न्यायिक जांच के आदेश दिए हैं. विजय शर्मा ने कहा कि जिसने भी सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की है, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. बलौदा बाजार में रैली, जुलूस पर प्रतिबंध लगा दिया गया है
कलेक्ट्रेट के घेराव का प्रदर्शन बेकाबू हो गया, पुलिस ने की थी बैरिकेडिंग
बाद में पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. सतनामी समुदाय इस मामले की केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने की मांग कर रहा है. घटना के विरोध में सतनामी समाज ने सोमवार को यहां दशहरा मैदान में विरोध-प्रदर्शन और जिलाधिकारी कार्यालय के घेराव का आह्वान किया. इस विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां एकत्र हुए. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को जिलाधिकारी कार्यालय की ओर बढ़ने से रोकने के लिए कई स्थानों पर अवरोधक लगा दिए.
पुलिस पर हुआ पथराव, कई अफसर भी घायल
बलौदाबाजार के पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने बताया, ‘सतनामी समुदाय ने प्रदर्शन का आह्वान किया था और प्रशासन को लिखित में दिया था कि यह शांतिपूर्ण होगा, लेकिन विरोध हिंसक हो गया.’ उन्होंने बताया कि लगभग पांच हजार की संख्या में प्रदर्शनकारियों ने अवरोधक तोड़ दिए और पुलिसकर्मियों पर पथराव किया जिसमें अधिकारियों सहित कई पुलिसकर्मी घायल हो गए.