GST में नया टैक्स स्लैब लाने पर भड़के अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा भाजपाई कह रहे थे ‘एक देश, एक टैक्स’ लेकिन उनकी ये बात भी ‘जुमलाई झूठ’ निकली क्योंकि अब वो टैक्स की नयी स्लैब ला रहे हैं। जब ‘एक टैक्स, कई स्लैब’ हैं तो ‘एक टैक्स’ का नारा सही मायनों में झूठा ही साबित हुआ ना। दरअसल टैक्स की रेट्स को बेतहाशा बढ़ाने के पीछे एक बड़ा खेल है। ये राजस्व बढ़ाने से ज़्यादा भ्रष्टाचार बढ़ाने और फिर अधिकारियों के माध्यम से दुकानदारों, कारोबारियों पर दबाव बढ़ाकर ज़्यादा वसूली की भाजपाई योजना है। दुनिया का नियम है कि जितनी अधिक कर की दर होती है, उतनी ही अधिक कर की चोरी होती है, और जितनी अधिक कर की चोरी होती है, उतनी ही अधिक भ्रष्ट सत्ताधारियों की कमाई होती है। भाजपा सरकार में टैक्स चुराने के लिए और उससे वसूली के लिए, पिछले दरवाज़े के रास्ते पहले तैयार कर लिए जाते हैं, उसके बाद कोई नयी टैक्स प्लानिंग सामने के दरवाज़े से बाहर आती है। हर टैक्स को चुकाने का बोझ आख़िर में जनता पर ही आता है, इसीलिए घूम फिरकर टैक्स की चक्की में जनता ही पिसती है, जनता ही मारी जाती है।

केंद्र सरकार जीएसटी में एक नया स्लैब जोड़ने की तैयारी कर रही है, जिसके तहत तंबाकू और कोल्ड ड्रिंक जैसे उत्पादों पर 35 फीसद तक टैक्स लगाया जा सकता है. इसे लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि सरकार बातें एक देश एक टैक्स की करती हैं लेकिन हकीकत में एक टैक्स कई स्लैब का काम कर रही है. उन्होंने कहा कि इसके चक्कर में आम जनता ही पिसेगी.  अखिलेश यादव ने जीएसटी में नए स्लैब को लेकर भाजपा पर हमला करते हुए एक्स पर लंबी चौड़ी पोस्ट लिखा और कहा कि ‘कहां तो भाजपाई कह रहे थे ‘एक देश, एक टैक्स’ लेकिन उनकी ये बात भी ‘जुमलाई झूठ’ निकली क्योंकि अब वो टैक्स की नयी स्लैब ला रहे हैं. जब ‘एक टैक्स, कई स्लैब’ हैं तो ‘एक टैक्स’ का नारा सही मायनों में झूठा ही साबित हुआ ना.  कहां तो भाजपाई कह रहे थे ‘एक देश, एक टैक्स’ लेकिन उनकी ये बात भी ‘जुमलाई झूठ’ निकली क्योंकि अब वो टैक्स की नयी स्लैब ला रहे हैं। जब ‘एक टैक्स, कई स्लैब’ हैं तो ‘एक टैक्स’ का नारा सही मायनों में झूठा ही साबित हुआ ना।

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