आतंकी लखवी जेल में रहते पिता कैसे बना: असदुद्दीन ओवैसी

समृद्धि न्यूज। भारत के सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल 33 देशों की राजधानियों का दौरा कर रहे है। इन प्रतिनिधिमंडलों में शामिल सभी लोग आतंकियों के पनाहगाह पाकिस्तान और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के नेतृत्व वाली सरकार की नीतियों को अलग-अलग मंचों पर बेनकाब कर रहे हैं। इसी कड़ी में बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा के नेतृत्व में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल उत्तरी अफ्रीकी देश अल्जीरिया में है। एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को आतंकवाद को बढ़ावा देने के संदिग्ध रिकॉर्ड को लेकर पाकिस्तान पर तीखा हमला किया और कहा कि आतंकवादियों को पनाह देने की इस्लामाबाद की रणनीति दक्षिण एशिया में अस्थिरता को बढ़ावा देती है। सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल के हिस्से के रूप में अल्जीरिया में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए ओवैसी ने आतंकवाद में इस्लामाबाद की मिलीभगत का एक उदाहरण भी दिया और कहा कि एक आतंकवादी पाकिस्तान में आधिकारिक तौर पर कैद रहते हुए पिता बन गया।

जेल में रहते हुए बाप कैसे बन गया लखवी

ओवैसी ने पाकिस्तान द्वारा जेल में बंद आतंकवादी जकीउर रहमान लखवी के साथ किए जा रहे विशेष व्यवहार की ओर इशारा किया और कहा जकीउर रहमान लखवी नामक एक आतंकवादी था। दुनिया का कोई भी देश आतंकवाद के आरोप का सामना कर रहे आतंकवादी को जेल से बाहर आने की अनुमति नहीं देगा, लेकिन वह जेल में बैठे-बैठे ही एक बेटे का पिता बन गया।

हम चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था

ओवैसी ने कहा कि यह सिर्फ़ दक्षिण एशिया का सवाल नहीं है। हम चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं, क्या होगा,क्या आप चाहते हैं कि यह सारा नरसंहार दक्षिण एशिया के अलग-अलग हिस्सों में फैल जाए। आतंकवाद के मुख्य प्रायोजक पाकिस्तान पर नियंत्रण करना विश्व शांति के हित में है।

परमाणु शक्ति का इस्तेमाल

वहीं बीजेपी सांसद बैजयंत पांडा ने कहा कि पाकिस्तान ने अपने परमाणु शक्ति का इस्तेमाल अपने आतंकवादी प्रशिक्षण, वित्तपोषण और हथियार कार्यक्रम को छिपाने के लिए किया है। जब मैं कहता हूं कि वे आतंकवादियों के साथ खुलेआम ऐसा कर रहे है, तो यह सिर्फ मैं ही नहीं कह रहा हूं। आप इसे इंटरनेट पर देख सकते हैं। हर कोई जानता है कि पाकिस्तान ने अतीत में कई बार ऐसा किया है।

पाकिस्तान में खुलेआम काम कर रहे आतंकी

ओसामा बिन लादेन को याद करेंए वे सालों तक झूठ बोलते रहे, जब तक कि अमेरिकियों ने उसे मार नहीं डाला, वे वही कर रहे हैं, सिवाय इसके कि 52 ओसामा बिन लादेन हैं। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, जिसका आज अल्जीरिया सदस्य है, उसने कई आतंकवादी संगठनों और व्यक्तियों को प्रतिबंधित और प्रतिबंधित किया है, उनमें से 52 आतंकवादी संगठन और आतंकवादी आज भी पाकिस्तान में खुलेआम काम कर रहे हैं।

पाकिस्तान को ग्रे लिस्ट में डालना जरूरी है

असदुद्दीन ओवैसी ने उम्मीद जताई कि अगर पाकिस्तान को वित्तीय कार्रवाई कार्य बल एफएटीएफ की ग्रे लिस्ट में वापस डाल दिया जाए, तो भारत में आतंकी घटनाओं में कमी आएगी। ओवैसी ने चेतावनी दी कि यह मुद्दा अब सिर्फ़ क्षेत्रीय चिंता का विषय नहीं रह गया है। उन्होंने कहा आतंकवाद के मुख्य प्रायोजक पाकिस्तान पर नियंत्रण करना विश्व शांति के हित में है। इसे एफएटीएफ ग्रे लिस्ट में वापस लाना होगा।

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