फर्रुखाबाद, समृद्धि न्यूज। बीते दो दिनों से सर्दी सुर्ख हो गयी है। सर्दी से बचने के लिए जगह-जगह लोग अलाव जलाकर तापते नजर आये। ऐसे में कोयले व लकड़ी के दामों में ऊभी वृद्धि हो गयी है। सबसे ज्यादा बुजुर्ग व बच्चे सर्दी से परेशान हैं।
बताते चलें कि बीते दो तीन दिनों से सर्दी का सितम शुरु हो गया है। जिससे जन जीवन अस्त व्यस्त है, लेकिन अभी तक नगर पालिका ने अलाव नहीं जलवाये हैं। लोग अपने संसाधनों से अलाव जलाकर सर्दी का बचाव कर रहे हैं। जबकि बस अड्डा, रेलवे स्टेशन के बाहर व पुलिस पिकेटों पर लोग ठिठुरते नजर आये। उनका कहना था कि नगर पालिका की ओर से अभी तक अलाव नहीं जलवाये गये हैं। नगर के गिने चुने स्थानों पर ही अलाव लोग अपने निजी संसाधनों से जलवा रहे हैं। सर्दी का असर रोज कमाकर खाने वालों पर ज्यादा पड़ रहा है। सर्दी के कारण उनकी बिक्री पर भी फर्क पड़ा है। ऐसे में उनके चूल्हे ठंडे हो गये हैं। वहीं लकड़ी व कोयले के दाम आसमान पर पहुंच गये हैं। लोगों का कहना है कि सर्दी से तो बचना ही है। ऐसे में दाम क्या देखना। वहीं बुजुर्ग लोग घरों में कैद होकर रह गये हैं। वहीं चिकित्सकों का कहना है कि हर्ट के मरीजों को सर्दी से बचाव करना चाहिए, अन्यथा उन्हें जोखिम उठाना पड़ सकता है। वहीं बच्चों में सर्दी के चलते जुकाम, खांसी आदि ज्यादा हो रहा है।
सर्दी से रैन बसेरा में पसरा सन्नाटा![](https://www.samriddhisamachar.com/wp-content/uploads/2024/12/frdp17-21-scaled.jpg)
सर्दी के चलते रैन बसेरों में व्यवस्था तो चाक चौबंद है, लेकिन कोई ठहरने वाला दिखायी नहीं दे रहा है, क्योंकि सर्दी के चलते लोग कम ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। वहीं बसों में भी लोग यात्रा कम कर रहे हैं। सिर्फ जरुरतमंद लोग ही बसों में यात्रा कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि सर्दी में जो आराम घर में है, वह बाहर नहीं। रैन बसेरा संचालक ने बताया कि हमारी व्यवस्था पूरी तरह से चाक चौबंद है। कोई भी अव्यवस्था नहीं है। जो कोई आयेगा उसका स्वागत है। बताते चलें कि बीते दिनों अधिकारियों ने रैन बसेरे का निरीक्षण किया था और व्यवस्था चाक चौबंद रखने के निर्देश दिये थे।